ईरान का इतिहास प्राचीन फारस की गौरवशाली सभ्यता से शुरू होता है, लेकिन आज यह देश वैश्विक मंच पर अपने सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली होसैनी ख़ामेनेई के कारण चर्चा में है। 86 वर्ष की आयु में खामैनी ने न केवल अमेरिका के दबाव को ठुकराया, बल्कि इसराइल पर हमले का जोखिम भी उठाया। उन्होंने धमकी दी कि यदि अमेरिका ने इसराइल का साथ दिया, तो उसके ठिकानों को भी निशाना बनाया जाएगा। आखिर ख़ामेनेई कौन हैं, और किस साहस के दम पर वे विश्व की महाशक्ति से टकराने को तैयार हैं? क्या वे 1979 की इस्लामी क्रांति के अंतिम क्रांतिकारी हैं, जो पश्चिमी हस्तक्षेप के सामने डटकर मुकाबला कर रहे हैं, या फिर एक तानाशाह हैं, जो नागरिक अधिकारों का दमन कर रहे हैं?
कौन हैं अमेरिका से भिड़ने वाले अयातुल्लाह अली ख़ामेनेई?
- विश्लेषण
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- 16 Jun, 2025

ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली ख़ामेनेई कौन हैं? वे अमेरिका और इसराइल जैसे देशों के खिलाफ इतने मुखर क्यों हैं? जानिए उनके जीवन, विचारधारा और पश्चिमी देशों के साथ उनके टकराव की पृष्ठभूमि।
प्रारंभिक जीवन
अली होसैनी ख़ामेनेई का जन्म 17 जुलाई, 1939 को ईरान के पवित्र शहर मशहद में हुआ। उनका परिवार सादा लेकिन धार्मिक था। उनके पिता, सय्यद जवाद खामैनी, एक शिया धर्मगुरु थे, और मां, खदीजा मिरदामादी, एक धार्मिक परिवार से थीं। आठ भाई-बहनों में से एक, ख़ामेनेई का पालन-पोषण शिया इस्लाम की गहरी परंपराओं में हुआ।