धारावी आजकल एक बार फिर सुर्खियों में है। यह मुंबई का वह इलाका है जिसे दुनिया की सबसे बड़ी झुग्गी-बस्ती के रूप में जाना जाता है। वजह है पुनर्विकास योजना जिसे लेकर तमाम सवाल उठ रहे हैं। विपक्ष का आरोप है कि पुनर्विकास के नाम पर सरकार अपने चहेते पूँजीपति गौतम अड़ानी पर बेशक़ीमती ज़मीन लुटा रही है। साथ ही, इससे लाखों लोगों का भविष्य ख़तरे में पड़ जाएगा जो दशकों से यहाँ रहते हैं।
धारावी योजना: पुनर्विकास या लैंड लूट?
- विश्लेषण
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- 4 Jun, 2025

क्या धारावी पुनर्विकास योजना वास्तव में झुग्गीवासियों के लिए एक नया भविष्य है, या फिर यह बड़े उद्योगपतियों की ज़मीन हथियाने की चाल? जानिए इस बहुचर्चित परियोजना के पीछे का सच।
धारावी का इतिहास
धारावी सिर्फ एक स्लम नहीं, बल्कि एक जीवंत आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र है। सन 1800 के आसपास यह एक दलदली इलाका भर था, जहाँ मछुआरे और कारीगर बसने लगे थे। सौ साल बाद जब मुंबई का विस्तार गति पकड़ रहा था तो कुम्हार, चमड़ा कारीगर, और छोटे व्यापारी यहाँ बसने लगे। आज धारावी में 8 से 10 लाख लोग 240-259 हेक्टेयर (लगभग 600 एकड़) में रहते हैं।