प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को पहली बार चुनाव प्रचार करने पीलीभीत पहुँचे। इससे पहले वह इस क्षेत्र में कभी नहीं गए थे। न तो 2009 या 2014 में और न ही 2019 के चुनाव में। 2009 में मेनका गांधी की जगह पर पहली बार उनके बेटे वरुण गांधी को बीजेपी का टिकट दिया गया था। तो अब आख़िर क्या वजह है कि पीएम मोदी पीलीभीत को प्राथमिकता दे रहे हैं और चुनाव प्रचार करने पहुँच गए? क्या इसकी वजह पिछले कुछ वर्षों से पीएम पर हमलावर रहे वरुण गांधी का टिकट पीलीभीत से कटना है और अब किसी भी हालत में बीजेपी इस सीट को जीतकर एक संदेश देने की कोशिश कर रही है?