भारत में एक समय कहावत थी, “नौकरी में टाटा और जूते में बाटा—सबसे ज़्यादा टिकाऊ।” लेकिन समय बदल गया है। टाटा समूह की टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनी है। टीसीएस ने जुलाई 2025 में अपने वैश्विक कार्यबल के 2% यानी 12,000 कर्मचारियों की छँटनी की घोषणा की। यह छँटनी खास तौर पर मिड और सीनियर-लेवल कर्मचारियों को प्रभावित कर रही है— वे लोग जो अपने करियर के उस पड़ाव पर हैं, जहाँ बच्चों की पढ़ाई और घर की ईएमआई जैसी ज़िम्मेदारियाँ चरम पर होती हैं। नौकरी छूटना उनके लिए सिर्फ आर्थिक नुकसान नहीं, बल्कि एक बड़ा भावनात्मक और सामाजिक झटका है।