मोदी जी, आज 2 मई है और दीदी वहीं हैं! अब तक जो रुझान सामने आया है, उससे साफ़ है कि बंगाल का चुनावी युद्ध भी मोदी हार रहे हैं। तीन लाख से ज़्यादा कार्यकर्ताओं की फौज के साथ मोदी ने बंगाल पर चढ़ाई की थी। वह चुनाव नहीं, युद्ध लड़ रहे थे। साम, दाम, दंड, भेद क्या बचा था?