आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के काशीबुग्गा कस्बे में स्थित वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में शनिवार को दर्दनाक हादसा हुआ। 1 नवंबर, 2025 को कार्तिक मास की एकादशी के अवसर पर भारी भीड़ के कारण मची भगदड़ में कम से कम 10 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जिनमें मुख्य रूप से महिलाएं और एक बच्चा शामिल हैं। इस हादसे में 13 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिन्हें तत्काल नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। घायलों में कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिससे मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है। मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने इसे एक प्राइवेट मंदिर बताते हुए हादसे के लिए आयोजकों को जिम्मेदार ठहराया है।
काशीबुग्गा उप-मंडल प्रभारी डीएसपी लक्ष्मण राव के अनुसार, भगदड़ सुबह करीब 11.30 बजे मंदिर में मची। एकादशी का दिन होने के कारण मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी, जो मंदिर की क्षमता से कहीं अधिक थी। भगदड़ तब मची जब भक्तों की कतारों के लिए लगाई गई लोहे की रेलिंग (या जाली) ढह गई। अधिकारियों ने बताया कि रेलिंग पर अधिक दबाव पड़ने से वह टूट गई, जिससे लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े और भगदड़ मच गई।
मंदिर केवल चार महीने पहले ही खुला था। यह एक निजी मंदिर है, जो राज्य के देवस्थान विभाग के अंतर्गत नहीं आता है। हादसे के समय मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश और निकास का रास्ता एक ही था। जिस जगह भीड़ जुटी थी, वहाँ निर्माण कार्य चल रहा था। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि आयोजकों ने इतनी बड़ी सभा के लिए पुलिस या स्थानीय अधिकारियों से कोई पूर्व अनुमति नहीं ली थी और न ही उन्हें सूचित किया था। हादसे के बाद मंदिर परिसर से दिल दहला देने वाले दृश्य सामने आए, जिनमें श्रद्धालु जमीन पर बेहोश पड़े दिखाई दिए।
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सरकारी प्रतिक्रिया और राहत कार्य 

मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) के एक बयान के अनुसार, स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस और आपातकालीन कर्मी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे। राज्य के कृषि मंत्री के. अच्चन्नायडू घटना के तुरंत बाद मंदिर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। राहत कार्यों में सहायता के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। 

मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने इस घटना को अत्यंत दर्दनाक बताते हुए मृतकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने आयोजकों की लापरवाही को हादसे का कारण बताते हुए घटना की जांच के आदेश दिए हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

पीएम सीएम ने राहत की घोषणाएं कीं 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भगदड़ पर दुख व्यक्त किया है और प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) से मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख और घायलों को ₹50,000 की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। आंध्र प्रदेश के रियल टाइम गवर्नेंस मंत्री नारा लोकेश ने दुर्घटना पर गहरा सदमा व्यक्त करते हुए कहा कि वह राहत कार्यों की निगरानी के लिए घटनास्थल पर हैं। पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस दुखद घटना पर शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री नायडू ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि घायलों को अच्छा इलाज कराया जाए।