असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने अब एक ऐसा बयान दिया है कि इस पर विवाद होना तय है। उन्होंने कहा है कि असम की आबादी में 35 फ़ीसदी मुसलमान हैं और अब उन्हें 'अल्पसंख्यक' नहीं माना जा सकता है। इसके साथ ही उन्होंने कश्मीर का ज़िक्र करते हुए कश्मीरी पंडितों जैसा हाल होने की आशंका जताई।
कश्मीरी पंडितों का ज़िक्र कर हिमंत क्यों बोले असम में मुसलिम अल्पसंख्यक नहीं?
- असम
- |
- 16 Mar, 2022
मुसलमानों के ख़िलाफ़ अक्सर विवादित बयान देकर सुर्खियों में रहने वाले असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने अब कहा है कि असम में मुसलमान अल्पसंख्यक नहीं हैं। जानिए, उन्होंने असम में हिंदुओं को लेकर क्या आशंका जताई।

असम विधानसभा के बजट सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण पर एक बहस के दौरान मुख्यमंत्री सरमा ने कहा, 'लोग मुझसे पूछते हैं कि क्या असम के लोगों का भी कश्मीरी पंडितों के समान ही हश्र होगा। दस साल बाद, क्या असम ऐसा होगा जैसा बॉलीवुड फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' में दिखाया गया है? हमारी आशंकाओं को दूर करना मुसलमानों का कर्तव्य है। मुसलमानों को बहुमत की तरह व्यवहार करना चाहिए और हमें आश्वासन देना चाहिए कि यहां कश्मीर की पुनरावृत्ति नहीं होगी।'