केंद्र में मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (राम बिलास ) के नेता चिराग पासवान को इन दिनों बिहार की बहुत याद आ रही है। हाल में संवाददाताओं से उन्होंने कहा कि बिहार उन्हें बुला रहा है। बिहार के हाजीपुर संसदीय सीट से सांसद चिराग कभी बयान देते हैं कि वो 2030 में विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे तो कभी संकेत देते हैं कि उनका इरादा इसी साल होने वाला विधान सभा चुनाव लड़ने का है। उनकी पार्टी बिहार की एक क्षेत्रीय पार्टी है। सवाल ये है कि उन्हें बिहार बुला रहा है या उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षा उन्हें बिहार की तरफ़ खींच रही है।

चिराग पासवान ने हाल ही में बिहार को लेकर भावुक टिप्पणी की है। जानिए क्या वजह है कि उन्हें बार-बार अपने राज्य की याद आ रही है और इसके पीछे की राजनीतिक रणनीति क्या हो सकती है।
चिराग ख़ुद ही उसका खुलासा भी करते हैं। “मेरे पिता राम विलास पासवान केंद्र की राजनीति करते थे लेकिन मैं राज्य की राजनीति करना चाहता हूं” आख़िरकार चिराग के इस बिहार प्रेम का राजनीतिक मतलब क्या है। कुछ राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि चिराग की नज़र मुख्यमंत्री की कुर्सी पर है। और वो इसके लिए भूमिका तैयार कर रहे हैं। चिराग अच्छी तरह जानते हैं कि फिलहाल ये संभव नहीं है। उनकी पार्टी फिलहाल 15-20 सीटों तक सीमित है। अभी उनकी नजर विधानसभा के लिए ज़्यादा से ज़्यादा सीटें हासिल करना है।
शैलेश कुमार न्यूज़ नेशन के सीईओ एवं प्रधान संपादक रह चुके हैं। उससे पहले उन्होंने देश के पहले चौबीस घंटा न्यूज़ चैनल - ज़ी न्यूज़ - के लॉन्च में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। टीवी टुडे में एग्ज़िक्युटिव प्रड्यूसर के तौर पर उन्होंने आजतक