प्रशांत किशोर के बाद अब आरसीपी सिंह ने भी नयी पार्टी बना ली। दोनों ही नेता अलग-अलग समय पर बीजेपी और जेडीयू के लिए काम कर चुके हैं। दोनों ही नेता जब-जब बीजेपी से जुड़े थे तब भी राज्य में बीजेपी की अपने दम पर बहुमत की सरकार नहीं बन सकी थी। वैसे, बीजेपी की लालसा तो यही लगती रही है कि उसको नीतीश कुमार के सहयोग की ज़रूरत नहीं पड़े, और यह बात जब तब बीजेपी के नेताओं की जुबान पर आ भी जाती है। लेकिन दोनों ही नेता अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं। तो क्या वे राज्य के चुनाव में बड़ा उलटफेर करने में सक्षम होंगे?