बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर में तीन महिलाओं के साथ अमानवीयता की सारी हदें पार कर दी गईं। डायन बताकर। बंधक बनाया गया। पीटा गया। अर्द्धनग्न किया गया। बाल काटे गए। फिर मुंडन भी कर दिया गया। पेशाब पिलाया गया और कथित तौर पर मैला भी खिलाया गया। खुलेआम। बड़ी संख्या में ग्रामीणों के सामने। लेकिन न तो किसी की संवेदनाएँ जागीं और न ही किसी को रहम आया। तर्क और वैज्ञानिक सोच की तो दूर-दूर तक बात ही नहीं है!