'सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास' का नारा देने वाली बीजेपी के शासित गुजरात और प्रधानमंत्री के गृह राज्य में एक मुस्लिम महिला को अपने घर में भी नहीं रहने नहीं दिया जा रहा है! वहज बस इतनी है कि जिस आवासीय योजना में उस मुस्लिम महिला को फ्लैट मिला है उसमें बाक़ी सभी हिंदू हैं। उस आवासीय कॉम्प्लेक्स में रहने वाले 33 निवासी मुस्लिम महिला के वहाँ रहने का विरोध कर रहे हैं।
गुजरात: मुस्लिम महिला को सीएम योजना में फ्लैट मिला, पड़ोसी वहाँ रहने नहीं दे रहे
- गुजरात
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- 14 Jun, 2024
क्या धर्म के आधार पर किसी को आवासीय क्षेत्र में रहने या नहीं रहने देने का विरोध किया जा सकता है? जानिए, आख़िर गुजरात के वडोदरा में मुख्यमंत्री आवास योजना तहत मिले फ्लैट में मुस्लिम महिला को रहने देने का विरोध क्यों हो रहा है।

प्रतीकात्मक तस्वीर।
वह मुस्लिम महिला चाहती हैं कि उनका बेटा एक समुदाय के बीच में पल-बढ़कर एकांगी नहीं बने, बल्कि समुदायों के बीच समावेशी माहौल में पले-बढ़े। लेकिन उस आवासीय कॉम्प्लेक्स के लोगों को यह पसंद नहीं। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार 44 वर्षीय मुस्लिम महिला उद्यमिता और कौशल विकास मंत्रालय की एक शाखा में कार्यरत हैं। उनको 2017 में मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत हरनी में वडोदरा नगर निगम के निम्न-आय समूह आवास परिसर में एक फ्लैट आवंटित किया गया था। वह अपने नाबालिग बेटे के साथ एक समावेशी पड़ोस में जाने की संभावना से बहुत खुश थीं। लेकिन उनको वहाँ रहने का मौक़ा अभी तक नहीं मिला।