गृह मंत्रालय की पूछताछ से हरियाणा सरकार मुश्किल में है क्योंकि उसने कभी भी आधिकारिक तौर पर यह नहीं कहा है कि उसके बलों ने प्रदर्शनकारी किसानों पर गोलियां चलाईं। राज्य सरकार ने हमेशा कहा कि उसके बलों ने प्रदर्शनकारियों पर सिर्फ आंसू गैस के गोले और रबर छर्रों का इस्तेमाल किया है।
हरियाणा के डीजीपी ने जिन नामों की सिफारिश की है, उनमें आईजीपी सिबाश कबिराज, एसपी जशनदीप सिंह रंधावा, डीसीपी नरेंद्र सिंह और डीएसपी राम कुमार 13 फरवरी को शंभू बॉर्डर तैनात थे। इसी तरह एसपी सुमित कुमार और डीएसपी अमित भाटिया 13 फरवरी और 14 फरवरी को जींद में खनौरी बॉर्डर पर तैनात थे। विरोध प्रदर्शन के आसपास इन पुलिस अधिकारियों को तैनात किया गया था। कुल मिलाकर 6 पुलिस अधिकारियों के लिए मेडल की सिफारिश की गई है।