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मोनू मानेसर का फाइल फोटो।

धारा 144 के बावजूद VHP की मानेसर में आज महापंचायत, जगह-जगह प्रदर्शन

विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने मेवात क्षेत्र में हुई झड़पों के खिलाफ बुधवार 2 अगस्त को विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। वीएचपी और बजरंग दल ने बुधवार शाम 4 बजे मानेसर के भीसम दास मंदिर में महापंचायत बुलाई है। दक्षिणपंथी संगठन बुधवार को नोएडा में एक ''बड़ा प्रदर्शन'' भी करेगा। विहिप के प्रचार प्रमुख राहुल दुबे ने कहा कि विरोध मार्च सेक्टर 21ए के नोएडा स्टेडियम से शुरू होकर सेक्टर 16 के रजनीगंधा चौक तक जाएगा, जहां पुतला जलाया जाएगा। 

धारा 144 के बावजूद मानेसर में बुधवार को वीएचपी-बजरंग दल की महापंचायत में मोनू मानेसर के आने की संभावना है। बड़ा सवाल यही है कि क्या पुलिस उसे गिरफ्तार करेगी। फरवरी में दोहरी हत्या की एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस उसे पकड़ नहीं पाई है। राजस्थान पुलिस उसकी तलाश में है, उसने हरियाणा पुलिस से इस संबंध में मदद भी मांगी है।


मानेसर में वीएचपी और बजरंग दल की महापंचायत को प्रशासन ने अनुमति दी है या नहीं, यह साफ नहीं है। क्योंकि गुड़गांव जिले में धारा 144 लागू है। इस दौरान भीड़ को जमा होने की अनुमति नहीं है। लेकिन इसके बावजूद दोनों हिन्दू संगठन मिलकर मानेसर में महापंचायत कर रहे हैं।
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यहां यह बताना जरूरी है कि मानेसर विवादित मोहित यादव उर्फ मोनू मानेसर का इलाका है। मोनू मानेसर दो युवकों नासिर और जुनैद की हत्या में नामजद आरोपी है। नासिर और जुनैद के शव भिवानी जिले में फरवरी में मिले थे। उस समय से ही मोनू मानेसर फरार है। लेकिन सोशल मीडिया में सक्रिय है। नूंह में 31 जुलाई की हिंसा मोनू मानेसर का वीडियो आने के बाद हुई थी। उस वीडियो में उसने कहा था कि वो वीएचपी की जलाभिषेक यात्रा में मौजूद रहेगा। नूंह में उसी वीडियो को लेकर तनाव पहले से बना हुआ था। बाद में मोनू मानेसर ने मीडिया को बताया कि वीएचपी और बजरंग दल ने उसे जलाभिषेक यात्रा में शामिल होने से रोक दिया था।

वीेएचपी के आह्वान के बाद बजरंग दल ने दिल्ली में निर्माण विहार स्टेशन के पास बुधवार 2 अगस्त को नूंह की घटना के विरोध में प्रदर्शन किया। दिल्ली के घोंडा चौक पर भी प्रदर्शन की खबरें हैं। इसी तरह फरीदाबाद-दिल्ली के तमाम रास्तों पर वीएचपी और बजरंग दल ने कई जगह ट्रैफिक जाम किया।
हरियाणा के नूंह में विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) द्वारा निकाले गए एक धार्मिक जुलूस के दौरान सोमवार को हुई सांप्रदायिक झड़पों के बाद हरियाणा पुलिस ने मंगलवार देर रात कम से कम 116 लोगों को गिरफ्तार किया है और लगभग 29 एफआईआर दर्ज की हैं। झड़पों में कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई, जिनमें दो होम गार्ड, एक नागरिक और एक धर्मगुरु शामिल हैं।
नूंह में झड़प के एक दिन बाद मंगलवार को भीड़ ने गुरुग्राम के बादशाहपुर में एक रेस्तरां में आग लगा दी और आसपास की दुकानों में तोड़फोड़ की। भीड़ ने एक विशेष समुदाय की दुकानों में तोड़फोड़ की और इलाके के एक धर्मस्थल के सामने "जय श्री राम" के नारे लगाए। हिंसा के बाद बादशाहपुर बाजार बंद कर दिया गया। मंगलवार रात गुड़गांव में ताजा हिंसा ने दिल्ली को अलर्ट पर ला दिया है। 
इस बीच हरियाणा पुलिस ने मृतक होम गार्ड के परिवारों के लिए 57 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की। हरियाणा के नूंह से शुरू हुई सांप्रदायिक झड़प में दो होम गार्डों की मौत हो गई थी।

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने नूंह हमले को एक बड़ी साजिश का हिस्सा बताया, जबकि वीएचपी ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी से जांच की मांग की। हरियाणा के सीएम ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी। उन्होंने कहा, ''किसी भी दंगाई को बख्शा नहीं जाएगा।'' 
पुलिस के मुताबिक, सोमवार को विश्व हिंदू परिषद की 'बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा' को हरियाणा के नूंह जिले के खेड़ला मोड़ के पास कुछ युवकों के एक समूह ने रोक दिया। कुछ दावों के मुताबिक, झड़प की वजह बल्लभगढ़ में बजरंग दल के एक कार्यकर्ता द्वारा सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया एक आपत्तिजनक वीडियो था। ऐसी भी खबरें थीं कि मोनू मानेसर, जिस पर पहले दो मुस्लिम व्यक्तियों की हत्या का मामला दर्ज किया गया था, जुलूस में शामिल होने वाला था।
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बहरहाल, नूंह में अर्धसैनिक बलों की 13 कंपनियां पहुंच चुकी हैं, जबकि छह कंपनियां अभी आनी बाकी हैं। किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए एहतियात के तौर पर फरीदाबाद, पलवल और गुरुग्राम में धारा 144 लागू कर दी गई है।

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क़मर वहीद नक़वी
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