ये वही बृज भूषण शरण सिंह हैं जो पहले डब्ल्यूएफ़आई के पूर्व अध्यक्ष हैं। छह महिला पहलवानों ने 2023 में बृज भूषण पर यौन शोषण, हमला और स्टॉकिंग के आरोप लगाए थे। जून 2023 में दिल्ली पुलिस ने 1500 पेज की चार्जशीट दाखिल की, जिसमें चार राज्यों से 22 गवाहों के बयान शामिल थे। मई 2024 में आईपीसी की धारा 354 यानी महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे से हमला और 354ए यानी यौन उत्पीड़न के तहत आरोप तय हुए। जुलाई 2024 से मुकदमा चल रहा है, लेकिन अभी समाप्त नहीं हुआ। एक पीओसीएसओ मामले में उन्हें बरी कर दिया गया, क्योंकि एक नाबालिग शिकायतकर्ता के पिता ने झूठा बयान देने की बात कही।
2023 में विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया जैसे प्रमुख पहलवानों ने जंतर-मंतर पर धरना दिया था और बृज भूषण की गिरफ्तारी की मांग की थी। दिसंबर 2023 में संजय सिंह के डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष चुने जाने के बाद खेल मंत्रालय ने नई कमेटी को निलंबित कर दिया था। इसके बाद बृज भूषण ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद कहा था कि उन्होंने 'कुश्ती से संन्यास' ले लिया है। वह तब बीजेपी सांसद थे।
शनिवार को जब 2023 के विरोध प्रदर्शनों का जिक्र आया तो बृज भूषण ने कहा, 'कोई भी भेदभाव नहीं होगा। अगर वे लीग में भाग लेना चाहें तो मैं अध्यक्ष से कहूंगा कि उन्हें मौका दें। हमें सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ना चाहिए, नकारात्मक नहीं।' संजय सिंह ने भी कहा कि विरोध करने वाले पहलवान भाग ले सकते हैं, लेकिन वर्तमान में बजरंग पुनिया डोपिंग बैन के कारण अयोग्य हैं, विनेश फोगाट राजनीति में हैं और अमन सहरावत पर अनुशासनहीनता के लिए एक साल का प्रतिबंध है।