loader
रुझान / नतीजे चुनाव 2024

जम्मू-कश्मीर 90 / 90

कांग्रेस-एनसी
49
बीजेपी
29
पीडीपी
3
अन्य
9

हरियाणा 90 / 90

कांग्रेस
37
बीजेपी
48
जेजेपी
0
इनेलो
2
अन्य
3

चुनाव में दिग्गज

तारा चंद
Congress - छंब

हार

इल्तिजा मुफ्ती
PDP - श्रीगुफवारा-बिजबेहरा

हार

केंद्र ने पूजा खेडकर को तत्काल प्रभाव से आईएएस से पद मुक्त किया 

केंद्र सरकार ने पूर्व प्रशिक्षु अधिकारी पूजा खेडकर को भारतीय प्रशासनिक सेवा यानी आईएएस से बर्खास्त कर दिया है। कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग के अधिकारियों के अनुसार केंद्र सरकार ने शुक्रवार को यह आदेश निकाला। 6 सितंबर के आधिकारिक आदेश के अनुसार, खेडकर को आईएएस (प्रोबेशन) नियम के तहत सेवामुक्त कर दिया गया। इस नियम में किसी प्रोबेशनर को सेवा में भर्ती के लिए अयोग्य पाए जाने के आधार पर सेवामुक्त करने का प्रावधान है।

सिविल सेवा परीक्षा के नियमों का उल्लंघन करने के आरोपों के बाद संघ लोक सेवा आयोग ने 31 जुलाई को सीएसई-2022 के लिए पूजा की उम्मीदवारी रद्द कर दी। कथित तौर पर उन्होंने परीक्षा में बैठने के लिए अनुमति से ज़्यादा बार अपना नाम और माता-पिता का नाम बदला था।

ताज़ा ख़बरें

खेडकर ने 2020-21 तक ओबीसी कोटे के तहत 'पूजा दिलीपराव खेडकर' नाम से परीक्षा दी थी। 2021-22 में सभी प्रयासों को ख़त्म करने के बाद वह ओबीसी और पीडब्ल्यूबीडी (बेंचमार्क विकलांग व्यक्ति) कोटे के तहत परीक्षा में शामिल हुईं। इस बार 'पूजा मनोरमा दिलीप खेडकर' नाम का उपयोग किया। वह 821 रैंक के साथ परीक्षा पास करने में सफल रहीं।

यूपीएससी ने जुलाई महीने के आख़िर में पूजा खेडकर का आईएएस चयन रद्द कर दिया और उन्हें भविष्य में इसकी परीक्षा देने से रोक भी दिया। पूजा खेडकर पर सिविल सेवा परीक्षा में अपनी उम्मीदवारी पाने के लिए विकलांगता और अन्य पिछड़ा वर्ग (गैर-क्रीमी लेयर) कोटे का दुरुपयोग करने का आरोप है।

यूपीएससी ने यह कार्रवाई पूजा खेडकर की पात्रता और उनके आवेदन से जुड़ी परिस्थितियों की विस्तृत समीक्षा के बाद की है। यूपीएससी ने एक बयान में कहा था कि पूजा खेडकर को सिविल सेवा परीक्षा के नियमों का उल्लंघन करने का दोषी पाया गया है। 
2023 बैच की आईएएस अधिकारी पूजा पर यूपीएससी उम्मीदवारी में ओबीसी नॉन-क्रीमी लेयर उम्मीदवार के रूप में पेश होने और दृश्य और मानसिक विकलांगता के अपने दावों की पुष्टि के लिए परीक्षा देने से इनकार करने का भी आरोप है।

यूपीएससी पैनल ने अपने बयान में यह भी बताया कि 18 जुलाई को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। बाद में समय सीमा 30 जुलाई तक बढ़ा दी गई और आयोग ने स्पष्ट कर दिया कि यह अंतिम अवसर था। पैनल ने कहा था, 'समय-सीमा बढ़ाए जाने के बावजूद वह निर्धारित समय के भीतर अपना स्पष्टीकरण देने में विफल रहीं।' 

यूपीएससी ने तब पूजा खेडकर के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कराया था। सिविल सेवा परीक्षा -2022 से उनकी उम्मीदवारी रद्द करने और उन्हें भविष्य की परीक्षाओं से वंचित करने के लिए कारण बताओ नोटिस दिया गया था।

देश से और खबरें

इससे पहले मध्य जुलाई में सिविल सेवा परीक्षा में चयन को लेकर विवाद के बीच पूजा खेडकर के महाराष्ट्र में प्रशिक्षण को रोक दिया गया था। इसके साथ ही उनको आईएएस एकेडमी में रिपोर्ट करने को कहा गया था।

लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (एलबीएसएनएए), मसूरी ने एक पत्र में कहा था कि उसने पूजा दिलीप खेडकर के जिला प्रशिक्षण कार्यक्रम को रोकने का फैसला किया है और आगे की ज़रूरी कार्रवाई के लिए तत्काल वापस बुलाने का आदेश जारी किया है।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें