जिन अफ़सरों को चिदंबरम कभी 'आदेश' देते थे और जो बिना उनके आदेश के शायद क़रीब भी पहुँचने की सोच नहीं सकते थे आज उन्हीं अफ़सरों की हिरासत में उन्हें रात गुज़ारनी पड़ी। हमेशा शान-शौकत और राजनीति की चमक-दमक में रहने वाले चिदंबरम के लिए यह पहली बार है कि रात उन्हें जेल की सलाखों के पीछे गुज़ारनी पड़ी हो। बुधवार देर रात को जब सीबीआई ने उन्हें हिरासत में लिया था तो उन्हें शायद अगले दिन कोर्ट से राहत मिलने की उम्मीद थी। लेकिन गुरुवार को कोर्ट ने उन्हें चार दिन की सीबीआई हिरासत में भेजकर उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
जो अफ़सर ‘सलामी’ देते थे उन्हीं की हिरासत में बीती चिदंबरम की रात
- देश
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- 23 Aug, 2019
जिन अफसरों को चिदंबरम कभी 'आदेश' देते थे और जो बिना उनके आदेश के शायद करीब भी पहुँचने की सोच नहीं सकते थे आज उन्हीं अफसरों की हिरासत में उन्हें रात गुज़ारनी पड़ी।

फ़ाइल फ़ोटो
सीबीआई अदालत ने पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम को 26 अगस्त तक हिरासत में रखने का आदेश दे दिया है। सीबीआई ने 5 दिन की हिरासत माँगी थी लेकिन उसे 4 दिन की हिरासत मिली है। इस स्थिति में उन्हें हिरासत की स्थितियों की पीड़ा से गुज़रना पड़ेगा। सीबीआई पूछताछ में सख्ती भी बरतेगी ही। कोर्ट में रखी गई सीबीआई की दलीलों से भी यह ज़ाहिर होता है। सीबीआई ने चिदंबरम को 5 दिनों की पुलिस हिरासत में भेजने की माँग करते हुए तर्क दिया था कि चिदंबरम उनसे पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं। जाँच एजेंसी ने यह भी कहा था कि वह पूछे गए सवालों के जवाब नहीं दे रहे हैं, उन्होंने ज़रूरी काग़जात भी पेश नहीं किए हैं। सीबीआई की ये दलीलें चिदंबरम जैसे कद्दावर नेता के ख़िलाफ़ सामान्य बात नहीं है।