जिन अफ़सरों को चिदंबरम कभी 'आदेश' देते थे और जो बिना उनके आदेश के शायद क़रीब भी पहुँचने की सोच नहीं सकते थे आज उन्हीं अफ़सरों की हिरासत में उन्हें रात गुज़ारनी पड़ी। हमेशा शान-शौकत और राजनीति की चमक-दमक में रहने वाले चिदंबरम के लिए यह पहली बार है कि रात उन्हें जेल की सलाखों के पीछे गुज़ारनी पड़ी हो। बुधवार देर रात को जब सीबीआई ने उन्हें हिरासत में लिया था तो उन्हें शायद अगले दिन कोर्ट से राहत मिलने की उम्मीद थी। लेकिन गुरुवार को कोर्ट ने उन्हें चार दिन की सीबीआई हिरासत में भेजकर उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया।