जब कार नहीं रुकी, तो आरोपियों ने कार पर गोलियां चला दीं और अगली सीट पर बैठे एक गोली आर्यन मिश्रा की गर्दन के पास लगी। जब कार अंततः रुकी तो उसे फिर से गोली मार दी गई। ऐसा करते हुए आरोपियों को जरा भी दया नहीं आई। वे सधे हुए आतंकियों की तरह गोली मार रहे थे। लेकिन आरोपियों को जब कार में बैठी दो महिलाएं दिखीं तो वे समझ गए कि उन्होंने गलत युवक की हत्या की है और वे मौके से भाग गए।