भारत सरकार ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में भारत के कार्यकारी निदेशक डॉ. कृष्णमूर्ति वेंकट सुब्रमण्यम का कार्यकाल तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिया है। यह निर्णय मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति द्वारा लिया गया, जबकि उनके तीन साल के कार्यकाल में अभी छह महीने शेष थे। सरकार ने इस अचानक वापसी के लिए कोई आधिकारिक कारण नहीं बताया, जिससे व्यापक अटकलें और बहस शुरू हो गई है। हालांकि, सूत्रों और रिपोर्ट्स के अनुसार, तमाम मतभेद और उनकी किताब से जुड़े प्रकरण इसके पीछे की वजहें बताई जा रही हैं। किताब के साथ उनकी और मोदी की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल है।