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कांग्रेस अध्यक्ष ने भाजपा पर लगाया सरकारें चुराने का आरोप 

पंजाब में भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र की भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। रैली को संबोधित करते हुए खड़गे ने कहा कि भाजपा ने उनकी छह सरकारें चुरा ली हैं, उन्हें चोर कहूं या डाकू? पठानकोट की रैली में कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि बीजेपी का ध्यान जनता के कल्याण और उसकी भलाई के लिए काम करने से ज्यादा चुनाव जीतने पर है।
खड़गे ने कहा कि चुनाव में जनता ने हमें जनादेश दिया लेकिन इन्होंने हमारे लोगों को पैसे का लालच दिखाकर, प्रवर्तन निदेशालय, आयकर, केंद्रीय सतर्कता आयोग का डर दिखाकर हमारे लोगों को अपनी तरफ मिला लिया। उनके पास ताकत है। इन्होंने जनता की चुनी कांग्रेस की सरकारों को चुरा लिया। बीजेपी इस तरह ही सरकारें चला रही है।
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खड़गे ने संसद के मामलों पर चर्चा नहीं करने और बहानों  से सदन को प्रभावित करने के लिए भी भाजपा की आलोचना की। हम संसद जब जनता से जुड़े मुद्दों पर बात करने की कोशिश करते हैं, बीजेपी सरकार हर बार किसी बहाने के जरिए सदन को प्रभावित कर देती है। भारत जोड़ो यात्रा की सफलता से बीजेपी घबरा गई है। इसलिए भाजपा नेता हमारे खिलाफ कुछ न कुछ बोलते रहते हैं। उन्हें देश के लोगों के कल्याण से कोई लेना-देना नहीं है। वे केवल इस बात पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रहे हैं कि चुनाव कैसे जीता जाए। वे लोगों की समस्याओं का समाधान नहीं करना चाहते।
खड़गे ने आरएसएस पर भी हमला बोलते हुए कहा कि अफगानिस्तान में तालिबान और हिंदुस्तान में आरएसएस एक जैसे हैं। मैंने पढ़ा की अफगानिस्तान में कैसे तालिबान पढ़ाई कर लड़कियों को परेशान कर रहा है, उन्हें पढ़ने से रोक रहा है। यहां भी ऐसा ही है। मनुस्सृति में महिलाओं की नीचा माना जाता है, उनके लिए कोई जगह नहीं है। भाजपा और आरएसएस भी ऐसा ही करने की कोशिश कर रहे हैं। यही वजह है कि आरएसएस डॉ. बीआर अंबेडकर और जवाहरलाल नेहरू द्वारा तैयार  किए गए संविधान का सम्मान भी नहीं करता है।
खड़गे द्वारा इस तरह संघ की आलोचना करना कांग्रेस के बदले हुए रवैये को दिखाता है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को मिल रहे समर्थन से उत्साहित कांग्रेस अब सीधे संघ को चुनौती दे रहा है। खड़गे से पहले राहुल गांधी भी कई बार आरएसएस पर तीखा हमला कर चुके हैं। बीते सालों में किसी भी कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा आरएसएस पर किया गया सबसे तीखा हमला है। क्योंकि कांग्रेस के भीतर भी एक ऐसा धड़ा रहा है जो सीधे तौर पर संघ का समर्थन न करता रहा हो लेकिन उससे दूरी बनाकर भी नहीं रखी। इस बुनियाद पर भी संघ इसको अपने कार्यक्रमों में कहता रहा है कि हम सीधे तौर पर राजनीति में नहीं हैं लेकिन जो देशहित में काम करता है, हम उसका समर्थन करते हैं।
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क़मर वहीद नक़वी
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