जिस जगह पर सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट बनाया जा रहा है, वहाँ अब तक हर किसी का स्वागत रहा है। शहर के हर कोने से इसके लॉन में लोग आ कर बैठते हैं, अपने परिवार के साथ क्रिकेट खेलते हैं, आइस्क्रीम खाते हैं। इसी जगह निर्भया के लिए संवेदना और एकजुटता का प्रदर्शन हुआ! दरअसल, यह एक तरह का राष्ट्रीय प्रांगण है और यह देश की जनता के दिल और रूह से जुड़ा हुआ है। लेकिन क्या सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के अस्तित्व में आने के बाद यह सब हो पाएगा?
सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट से ऐतिहासिक विरासत मिटेगी या बचेगी?
- देश
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- 8 Sep, 2022
जिस सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट का आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन करेंगे, उसको लेकर इतना शोर क्यों है? आख़िर क्या है यह योजना और क्यों इस पर विवाद होता रहा है?

इस सवाल का जवाब पाने से पहले यह जान लें कि सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट क्या है। इसकी घोषणा सितंबर 2019 में की गई थी। 10 दिसंबर 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी नींव रखी थी। सेंट्रल विस्टा एवेन्यू विजय चौक से इंडिया गेट तक 3.2 किलोमीटर क्षेत्र में फैला पुनर्विकास परियोजना है। इसको पूरा करने में 20 हजार करोड़ रुपए ख़र्च होंगे। यहां रेड ग्रेनाइट से बने 15.5 किलोमीटर के वॉकवे से लेकर 16 पुल और फूड स्टॉल तक की व्यवस्था की गई है।