दिल्ली में कांग्रेस की 'वोट चोरी' रैली के दौरान कांग्रेस की महिला कार्यकर्ता द्वारा 'मोदी तेरी कब्र खुदेगी' जैसे विवादित नारे लगाने को बीजेपी ने संसद में मुद्दा बना दिया। भाजपा ने कांग्रेस की चेयरपर्सन सोनिया गांधी से माफी की मांग की। संसद में काफी हंगामा हुआ।
दिल्ली के रामलीला मैदान में रविवार को कांग्रेस पार्टी द्वारा आयोजित 'वोट चोरी' विरोध प्रदर्शन के दौरान कुछ लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बेहद आपत्तिजनक नारे लगाए गए, जिसने राजनीतिक विवाद को जन्म दे दिया है। वायरल वीडियो में कांग्रेस कार्यकर्ता 'मोदी तेरी कब्र खुदेगी, आज नहीं तो कल खुदेगी' जैसे नारे लगा रहे थे, साथ ही 'वोट चोर, गद्दी छोड़' का नारा भी गूंज रहा था। इस मुद्दे को बीजेपी और केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने लोकसभा में उठाया और कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी से माफी की मांग की। यही मुद्दा राज्यसभा में भी उठाया गया। जमकर हंगामा हुआ। कांग्रेस सांसदों ने बीजेपी और सरकार को सोनिया गांधी के खिलाफ पीएम मोदी और बीजेपी नेताओं द्वारा बोले गए आपत्तिजनक जुमलों की याद दिलाई।
यह रैली केंद्र सरकार और चुनाव आयोग पर चुनावों में हेरफेर और ईवीएम हैकिंग के आरोप लगाने के लिए आयोजित की गई थी। कांग्रेस के शीर्ष नेता जैसे राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रियंका गांधी वाड्रा, केसी वेणुगोपाल और जयराम रमेश सहित हजारों कार्यकर्ता इसमें शामिल हुए। पार्टी का दावा है कि यह प्रदर्शन लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए था, न कि किसी व्यक्तिगत हमले के लिए।
संसद के दोनों सदनों में सोमवार को भाजपा ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया और कांग्रेस से माफी की मांग की। भाजपा सांसदों ने सदन में इस विवादास्पद नारे का जिक्र करते हुए कांग्रेस पर प्रधानमंत्री के खिलाफ घृणा फैलाने का आरोप लगाया।
इस बीच, कांग्रेस ने खुद को इन नारों से अलग कर लिया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता नाना पटोले ने कहा कि ऐसे नारे पार्टी के नहीं हैं और संभवतः भाजपा के लोगों द्वारा लगाए गए ताकि रैली के मुख्य मुद्दे से ध्यान हटाया जा सके। कांग्रेस ने स्पष्ट किया कि 'वोट चोर, गद्दी छोड़' नारा राहुल गांधी द्वारा दिया गया था, लेकिन 'कब्र खुदेगी' जैसे नारे पार्टी से जुड़े नहीं हैं।
इन नारों पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा और अन्य नेताओं ने इसे प्रधानमंत्री को 'मौत की धमकी' करार दिया और कहा कि जनता इसे बर्दाश्त नहीं करेगी। भाजपा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस का असली एजेंडा चुनावी मुद्दों से ध्यान भटकाकर पीएम मोदी को निशाना बनाना है।
नारे लगाने वाले कौन हैं
हालांकि कांग्रेस ने इस विवादित नारे से खुद को अलग किया है। कांग्रेस का कहना है कि उनके कार्यकर्ता ऐसे नारे नहीं लगा सकते। ज़रूर यह बीजेपी की चाल है। राजस्थान की कांग्रेस कार्यकर्ता मंजुलता मीना ने IANS से बात करते हुए कहा, "हम अपने नेता राहुल गांधी के साथ हैं, जो भाजपा द्वारा चुनाव आयोग के साथ मिलीभगत से की जा रही 'वोट चोरी' के खिलाफ लड़ रहे हैं। यहां बड़ी संख्या में लोग आए हैं। हम वोट चोरी के खिलाफ पूरी ताकत से लड़ेंगे।" प्रधानमंत्री के खिलाफ लगाए गए अपमानजनक नारों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने वही नारा दोहराया और IANS को बताया, "हर कोई इस हिटलर सरकार से तंग आ चुका है। जनता अपनी आवाज बुलंद करेगी और यही उसकी हार का आखिरी कारण बनेगी। अब ईवीएम हैकिंग और वोट चोरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आप देख सकते हैं कि श्रीलंका और नेपाल में क्या हुआ; जनता भोली नहीं है, वह सब जानती है और वह निश्चित रूप से उसकी हार का आखिरी कारण बनेगी।"
कांग्रेस की एक अन्य कार्यकर्ता सोनिया बेगम ने IANS से बात करते हुए विवादित टिप्पणियों को सही ठहराते हुए कहा, "हम इस लड़ाई में राहुल गांधी के साथ हैं। बुराई का अंत होना तय है। इसीलिए हम 'मोदी तेरी कब्र खोदेगी' के नारे लगा रहे हैं। हम बदलाव चाहते हैं।"