भोजपुरी गायिका नेहा सिंह राठौर के खिलाफ देशद्रोह का केस दर्ज किया गया है। यह FIR उनके सोशल मीडिया पोस्ट की वजह से हुई है, जिसे लखनऊ के हजरतगंज थाने में दर्ज करवाया गया है। इस FIR में कहा गया है कि नेहा सिंह राठौर देश विरोधी बयान दे रही हैं। इस वजह से पाकिस्तान में वायरल हो रही हैं।

नेहा के खिलाफ कई गंभीर धाराएं लगाई गई हैं। इनमें देशद्रोहकी धारा भी शामिल है। यह केस भारतीय न्याय संहिता (BNS) 2023 और IT एक्टके तहत दर्ज हुआ है। FIRमें कहा गया कि नेहा ने एक समुदाय को धर्म के आधार पर भड़काने की कोशिश की। इससे देश की एकता और शांति को खतरा हो सकता है। शिकायतकर्ता अभय प्रताप सिंह ने कहा कि नेहा के पोस्ट गलत हैं। उनके मुताबिक, ये पोस्ट राष्ट्रीय अखंडता को कमजोर करते हैं। यह लोगों को धर्म और जाति के आधार पर भड़का सकता है। 

FIR में यह भी लिखवाया गया है कि नेहा ने देश के कवि समुदाय और भारत की इज्जत को ठेस पहुंचाई। उनके बयानों को पाकिस्तान में भारत के खिलाफ प्रचार के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है। इस मामले पर हजरतगंज थाने के SHO विक्रम सिंह ने बताया कि “FIR में 11 धाराएं लगाई गई हैं। इनमें देशद्रोह, समुदायों के बीच दुश्मनी बढ़ाना और सार्वजनिक शांति भंग करना शामिल है।“

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नेहा के सोशल मीडिया बयानों पर बवाल! 

दरअसल पूरा मामला नेहा सिंह राठौर के हालिया सोशल मीडिया बयानों से शुरू हुआ है। अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में नेहा सिंह राठौर ने पहलगाम हमले को लेकर कई बार मोदी सरकार पर निशाना साधा था। नेहा ने लगातार वीडियो शेयर किए थे। इनमें पहलगाम हमले में मारे गए लोगों पर कई सवाल उठाए गए थे।

नेहा ने पहलगाम आतंकी हमले को खुफिया और सुरक्षा चूक बताया था। नेहा सिंह ने सरकार पर यह आरोप भी लगाया था कि पीएम मोदी अब बिहार में पहलगाम हमले के नाम पर वोट मांगेंगे। नेहा ने पीएम की "56 इंच की छाती" वाली बात का भी मजाक उड़ाया। उन्होंने पूछा कि इतनी ताकत के बावजूद लोग क्यों मर रहे हैं? नेहा ने तंज कसते हुए कहा कि क्या उन्हें मोहम्मद अली जिन्ना से सवाल करना चाहिए? उन्होंने दावा किया कि पीएम पहलगाम हमले का इस्तेमाल बिहार चुनाव में वोट लेने के लिए करेंगे। नेहा ने कहा कि ऐसा ही पुलवामा हमले के बाद भी हुआ था। पुलवामा हमला 2019 में हुआ था।

उस हमले में 40 CRPF जवान शहीद हुए थे। नेहा ने दावा किया कि मोदी सरकार ने तब भी ऐसा किया था। उन्होंने कहा कि जो शख्स रूस-यूक्रेन युद्ध रोक सकता है, वह अपने देश में आतंकी हमला नहीं रोक पाया। नेहा ने पीएम के समर्थकों पर भी निशाना साधा। समर्थकों ने उनसे इस मुद्दे को राजनीतिक न बनाने को कहा था। नेहा ने जवाब दिया कि वह सरकार से क्या सवाल करें? उन्होंने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य के मुद्दे अब पुराने हो चुके हैं। नेहा ने कहा कि राष्ट्रवाद और हिंदू-मुस्लिम की राजनीति के बावजूद लोग मर रहे हैं।

नेहा के ये पोस्ट पाकिस्तान में वायरल हो गये। पाकिस्तानी पत्रकारों के समूह ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर लगातार रिपोस्ट किया। पाकिस्तानी हैंडलों ने नेहा सिंह राठौर का पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि “इस लड़की ने यह कहकर पहलगाम हमले की सच्चाई ज़ाहिर कर दी है कि मोदी सरकार इसका इस्तेमाल बिहार हमले में वोट पाने के लिए करेगी।“ इसके बाद नेहा की लगातार आलोचना और ट्रोलिंग होने लगी। 

नेहा ने FIR पर अपनी प्रतिक्रिया भी दी। उन्होंने X पर लिखा कि उनके खिलाफ FIR होनी ही चाहिए। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि एक मामूली लड़की इतने बड़े लोकतंत्र में सवाल कैसे पूछ सकती है। नेहा ने पीएम मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद भी कहा। उनके इस बयान ने और विवाद खड़ा कर दिया।

नेहा ने प्राथमिकी दर्ज होने के बाद कई पोस्ट सोशल मीडिया पर किए हैं। एक पोस्ट में उन्होंने केस लड़ने के लिए वकीलों से मदद भी मांगी है और अपने खस्ता माली हालत का बयान किया है। एक अन्य वीडियो पोस्ट में नेहा सिंह राठौर ने सरकार पर आरोप लगाया है कि वह ध्यान भटकाने के लिए नेहा पर FIR करवा रही है।

यह पहली बार नहीं है जब नेहा विवाद में फंसी हैं। 2023 में उनकी गीत "यूपी में का बा- सीजन 2" को लेकर पुलिस ने नोटिस जारी किया था। इस गाने में उन्होंने उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार की आलोचना की थी। गाना कानपुर देहात में एक मां-बेटी की मौत पर आधारित था। दोनों की मौत एक बेदखली अभियान के दौरान हुई थी। उस समय भी नेहा के गाने ने बड़ा विवाद खड़ा किया था।

गौरतलब है कि भारत में पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान विरोधी भावना उबाल पर है। इस हमले में 26 लोग, मारे गए थे। इस पर पीएम मोदी ने कहा कि दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी।