एक तरफ देश में वंदे भारत, तेजस जैसी प्राइवेट ट्रेनों का शोर है। प्रधानमंत्री आए दिन कहीं न कहीं ऐसी प्राइवेट ट्रेनों को हरी झंडी दिखाते रहते हैं लेकिन रेल हादसों को रोकने के लिए केंद्र सरकार आजतक कोई ब्लूप्रिंट लेकर सामने नहीं आई। अभी मार्च 2023 में नीति आयोग ने रेलवे की इसलिए तारीफ की थी रेल हादसे कम हो गए हैं। लेकिन वो एक सपना ही रहा। कल शुक्रवार शाम को वो सपना टूट गया। महज शाम 6.50 से लेकर 7.10 बजे तक सबकुछ खत्म हो गया। इसलिए जो लोग रेलवे की तारीफों के पुल बांधते रहते हैं, उन्हें अपने बयानों पर विचार करना होगा। आगे बढ़ते हैं। इस हादसे पर सिलसिलेवार कुछ तथ्य सामने लाना जरूरी है।