एक तरफ देश में वंदे भारत, तेजस जैसी प्राइवेट ट्रेनों का शोर है। प्रधानमंत्री आए दिन कहीं न कहीं ऐसी प्राइवेट ट्रेनों को हरी झंडी दिखाते रहते हैं लेकिन रेल हादसों को रोकने के लिए केंद्र सरकार आजतक कोई ब्लूप्रिंट लेकर सामने नहीं आई। अभी मार्च 2023 में नीति आयोग ने रेलवे की इसलिए तारीफ की थी रेल हादसे कम हो गए हैं। लेकिन वो एक सपना ही रहा। कल शुक्रवार शाम को वो सपना टूट गया। महज शाम 6.50 से लेकर 7.10 बजे तक सबकुछ खत्म हो गया। इसलिए जो लोग रेलवे की तारीफों के पुल बांधते रहते हैं, उन्हें अपने बयानों पर विचार करना होगा। आगे बढ़ते हैं। इस हादसे पर सिलसिलेवार कुछ तथ्य सामने लाना जरूरी है।
ओडिशा ट्रेन हादसाः कैसे हुआ, कौन जिम्मेदार
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- 29 Mar, 2025
ओडिशा ट्रेन हादसे के बाद दो सवाल ज्यादा उठ रहे हैं। तीनों ट्रेनें कैसे टकराईं और इसके लिए कौन जिम्मेदार है। सत्य हिन्दी पर जानिए कि देश में आज तक रेलवे सुरक्षा कवच क्यों नहीं लागू हुआ, जबकि साल दर साल ट्रेनों की सुरक्षा के नाम पर बजट प्रावधान का प्रचार किया जाता रहा है और मोदी सरकार उसके लिए अपनी पीठ ठोंकती रही है। ओडिशा हादसे में 261 लोगों के मारे जाने और 900 लोगों के घायल होने की सरकारी तौर पर पुष्टि की गई है।

ओडिशा रेलवे हादसे का घटनास्थल