23 नवंबर 1956 की सुबह तमिलनाडु में हुए अरियालुर रेल हादसे में 114 लोगों के मरने के बाद तत्कालीन रेल मंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे दिया था।