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फिर बौखलाया पाक, राष्ट्रपति कोविंद को इस्तेमाल नहीं करने देगा एयरस्पेस 

जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाये जाने के बाद बुरी तरह बौखलाये पाकिस्तान ने कहा है कि वह भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को अपने एयरस्पेस का इस्तेमाल नहीं करने देगा। इसी साल जून में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बिश्केक में शंघाई सहयोग संगठन की एक बैठक में शिरकत करने के लिए जाना था तब भी पाकिस्तान ने एयरस्पेस खोलने को लेकर तेवर दिखाये थे। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान के एयरस्पेस से न गुजरने का करने का फ़ैसला किया था और वह ओमान, इरान के रास्ते से होते हुए बिश्केक पहुंचे थे। 

पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी ने पाकिस्तान के टीवी चैनल पीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने इस फैसले को स्वीकृति दी है। पुलवामा हमले के बाद जब भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकवादी संगठन जैश-ए-मुहम्मद के ठिकानों पर बमबारी की थी तो तब भी पाकिस्तान ने 26 फ़रवरी को अपना एयरस्पेस बंद कर दिया था। पुलवामा हमले में भारत के 40 जवान शहीद हो गए थे। 

राष्ट्रपति कोविंद को सोमवार से आइसलैंड, स्विटजरलैंड और स्लोवेनिया के दौरे पर जाना है। बताया जा रहा है कि अपनी विदेश यात्रा के दौरान रामनाथ कोविंद राष्ट्रीय सुरक्षा के मसले पर भारत का पक्ष रखेंगे और इसमें वह पुलवामा हमले का भी जिक्र कर सकते हैं।

जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के मुद्दे को इमरान ख़ान दुनिया के कई देशों के पास गये लेकिन जब उन्हें सफलता नहीं मिली तो उन्होंने भारत के ख़िलाफ़ नफ़रत भरे ट्ववीट करने शुरू कर दिए। इसके बाद हताशा में उन्होंने भारत को परमाणु युद्ध की चेतावनी दे डाली। लेकिन बाद में उनके ही विदेश मंत्रालय ने इसका खंडन कर दिया। 

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यह वही पाकिस्तान है जिसके प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने हाल ही में इस बात को स्वीकार किया था कि पाकिस्तान में 40 आतंकवादी संगठन चल रहे थे लेकिन पाकिस्तान की पिछली सरकारों ने 15 सालों तक अमेरिका से इसे छुपाए रखा। ख़ान के इस ख़ुलासे के बाद यह माना गया था कि यह बात सच है कि पाकिस्तान आतंकवादी संगठनों को अपने देश में जगह देता रहा है।

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अनुच्छेद 370 को हटाये जाने के बाद अंग्रेजी अख़बार टाइम्स ऑफ़ इंडिया (टीओआई) ने ख़बर दी थी कि पाकिस्तान में बैठे आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सात सदस्यों के आत्मघाती दस्ते ने भारत में घुसपैठ की है। इस दस्ते की कोशिश ईद के मौक़े पर भारत में किसी बड़ी आतंकवादी हरक़त को अंजाम देने की थी। यह वही जैश-ए-मोहम्मद है, जिसने भारत में इस साल पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले को अंजाम दिया था। इसका सरगना मसूद अज़हर है, जिसे भारत के दबाव में अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किया जा चुका है। 

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पाकिस्तान को इस मुद्दे पर दुनिया के मुसलिम देशों से भी कोई मदद नहीं मिली है। इसलिए जानकारी के मुताबिक़, वह आतंकवादी हमलों की अपनी पुरानी रणनीति पर काम कर सकता है। बता दें कि पाकिस्तान में बैठे आतंकवादी संगठन एक लंबे अरसे से कश्मीर के लोगों को भारत के ख़िलाफ़ भड़काने के काम में जुटे हुए हैं।

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क़मर वहीद नक़वी
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