प्रधानमंत्री मोदी अपने बचपन में जिस स्कूल में पढ़े थे वह अब अचानक से सुर्खियों में है। यहाँ अब देश भर के बच्चों को 'प्रेरणा' दी जाएगी। 2018 से स्कूल बंद कर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण यानी एएसआई द्वारा इसकी मरम्मत और इसका रेनोवेशन कराया गया है। देश भर के हर जिले से दो बच्चों को चुनकर एक-एक हफ़्ते तक 'ज़िंदगी कैसे जीना है', इसका प्रशिक्षण दिया जाएगा और प्रधानमंत्री मोदी की ज़िंदगी से 'प्रेरणा' दी जाएगी।