प्रधानमंत्री मोदी अपने बचपन में जिस स्कूल में पढ़े थे वह अब अचानक से सुर्खियों में है। यहाँ अब देश भर के बच्चों को 'प्रेरणा' दी जाएगी। 2018 से स्कूल बंद कर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण यानी एएसआई द्वारा इसकी मरम्मत और इसका रेनोवेशन कराया गया है। देश भर के हर जिले से दो बच्चों को चुनकर एक-एक हफ़्ते तक 'ज़िंदगी कैसे जीना है', इसका प्रशिक्षण दिया जाएगा और प्रधानमंत्री मोदी की ज़िंदगी से 'प्रेरणा' दी जाएगी।
अगले साल देश के प्रत्येक जिले से दो बच्चों को एक सप्ताह के अध्ययन दौरे के हिस्से के रूप में गुजरात के मेहसाणा जिले के वडनगर के उस प्राथमिक विद्यालय में ले जाया जाएगा, जहाँ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की थी। सरकार ने एक दिन पहले ही इसकी घोषणा की है।