कांग्रेस का यह एलान एक तरह का क्रांतिकारी कदम इसलिए भी है कि अब तक कभी किसी सरकार ने शिक्षा पर इतना पैसा खर्च नहीं किया है न ही ऐसा करने की इच्छा ही दिखाई है। लम्बे समय तक केंद्र सरकार में रही कांग्रेस ने भी कभी यह हिम्मत नहीं दिखाई।
कोठारी आयोग की रिपोर्ट में कहा गया था कि जीडीपी का कम से कम 6 प्रतिशत शिक्षा पर खर्च होना चाहिए। इसे हर हाल में 1985-86 के बजट में लागू कर देना था। हालाँकि सरकार ने ज़्यादातर सिफ़ारिशों को लागू किया, पर शिक्षा पर खर्च से जुड़ी यह सिफ़ारिश अब तक लागू नहीं हुई है।
नीति आयोग ने पिछले साल ‘स्ट्रैटेजी फ़ॉर न्यू इंडिया एट 75’ नामक एक मसौदा प्रस्ताव तैयार किया। इसमें कहा गया है कि 2022 में जीडीपी का 6 प्रतिशत शिक्षा पर खर्च होना चाहिए।