क्या सरकारी नौकरियाँ दिए जाने की वजह से लोग स्व रोजगार में ज़्यादा नहीं जा पाए और इस पर ध्यान केंद्रित नहीं किया गया? यदि सरकारी नौकरी नहीं दी जाती तो क्या देश में स्व रोजगार उबाल मार रहा होता? यदि यह बड़ी वजह है तो सरकारी नौकरियों के लिए कौन ज़िम्मेदार है? नेहरू?