दिल्ली पुलिस ने बेंगलुरु की सामाजिक व पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि को यह कह कर गिरफ़्तार कर लिया कि उन्होंने भारत में चल रहे किसान आन्दोलन से जुड़े ग्रेटा तनबर्ग के टूलकिट को एडिट कर कई लोगों को भेजा। उसके बाद से ही टूलकिट पर चर्चा होने लगी। सत्तारूढ़ बीजेपी के लोगों ने टूलकिट को ही मुद्दा बनाया है और इसे इस तरह प्रचारित किया है मानो टूलकिट बनाना ही अपने आप में गुनाह हो। एक नेता ने तो यहाँ तक कह दिया कि 'जब देश पीपीई किट बना रहा था, ये लोग टूलकिट बना रहे थे।'