बैंकों ने मौजूदा वित्तीय वर्ष में दो लाख करोड़ रुपए से ज़्यादा का क़र्ज़ माफ़ कर दिया है। इनमें से 75 प्रतिशत से अधिक क़र्ज़माफी सरकारी बैंकों ने किया है।