आजाद के पास सियासत का विशाल अनुभव है और जम्मू-कश्मीर में उनके समर्थकों की भी बड़ी फौज है। ऐसे में जब वह अपनी पार्टी का एलान करेंगे तो माना जा रहा है कि कई और कांग्रेस नेता उनके साथ जाएंगे और निश्चित रूप से इससे राज्य के अंदर कांग्रेस को बड़ा झटका लगेगा।