जम्मू-कश्मीर 31 अक्टूबर से केंद्र शासित प्रदेश बन गया है। इसके साथ ही इसकी स्थिति में अहम बदलाव होंगे। अनुच्छेद 370 में हुए बदलाव और राज्य को मिले विशेष दर्जा को ख़त्म करने के साथ ही 5 अगस्त को यह फ़ैसला भी किया गया था कि यह राज्य ऐसा केंद्र-शासित प्रदेश होगा, जिसकी विधानसभा भी होगी। इस मामले में यह पुडुचेरी की तरह है, जहाँ विधानसभा है, लेफ़्टिनेंट गवर्नर भी हैं और वह केंद्र शासित प्रदेश भी है।
केंद्र शासित क्षेत्र जम्मू-कश्मीर में कई बदलाव होंगे, नया कश्मीर पुडुचेरी की तरह होगा। यहाँ लेफ़्टीनेंट गवर्नर होंगे, विधानसभा भी होगा और यह केंद्र के अधीन भी काम रहेगा।
