एयरफोर्स के वाहन पर गोलियों के निशान
जम्मू क्षेत्र में इस साल कई आतंकवादी हमले हुए हैं। लेकिन शनिवार की शाम सबसे बड़ा हमला बताया गया है। जम्मू में कड़ा सुरक्षा बंदोबस्त हमेशा रहता है। लेकिन 4 मई की घटना ने सुरक्षा को और बढ़ाने पर मजबूर कर दिया है।
फारूक अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती सहित जम्मू-कश्मीर के नेताओं ने हाल ही में अपने चुनाव अभियान के तहत इस क्षेत्र का दौरा किया था। राजनीतिक दलों का कहना है कि इससे हमारे चुनाव प्रचार अभियान पर असर पड़ेगा।