जम्मू-कश्मीर में कथित मानवाधिकार उल्लंघन के कारण भारत एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय समुदाय के निशाने पर है और संयुक्त राष्ट्र तक ने इसकी आलोचना की है।
मानवाधिकार कार्यकर्ता खुर्रम परवेज़ की गिरफ़्तारी के बाद संयुक्त राष्ट्र एजेन्सी ने भारत की आलोचना की है।

संयुक्त राष्ट्र की विशेष मानवाधिकार रिपोर्टॉयर ने कश्मीर के मानवाधिकार कार्यकर्ता ख़ुर्रम परवेज़ की गिऱफ़्तारी की आलोचना करते हुए कहा है कि वह आतंकवादी नहीं हैं।
विशेष मानवाधिकार रिपोर्टॉयर मेरी लॉलर ने ट्वीट कर कहा, "मुझे परेशान करने वाली ख़बरें मिल रही हैं कि कश्मीर में ख़ुर्रम परवेज़ को गिरफ़्तार कर लिया गया है और उन पर अधिकारी आतंक से जुड़े अपराधों के तहत मामला लगा सकते हैं। वे आतंकवादी नहीं हैं, वह मानवाधिकारों के रक्षक हैं।"