कर्नाटक में अगले कुछ
महीनों में होने वाले विधानसभा चुनाव की बिसात बिछने लगी है। मतदाताओं को लुभाने
के लिए हर दल घोषणाएं पर घोषणाएं किये जा रहा है।
आज शाम बुधवार को मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा
कि उनकी सरकार ‘गृहिणी शक्ति’ योजना के तहत राज्य के हर बीपीएल परिवार को 2,000 रुपये देगी।
मुख्यमंत्री ने चिक्कमंगलुरु
में संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि मैंने 14 जनवरी को इसकी घोषणा कर
दी थी। इस योजना का उद्देश्य हर गरीब परिवार को आवश्यक सामान खरीदने और उनकी
स्वास्थ्य से जुड़ी जरूरतों को पूरा करना है।
14 जनवरी को,
बोम्मई ने कहा था कि सरकार महिलाओं को अपने
घरों का प्रबंधन करने के लिए वित्तीय सहायता देने की योजना पर विचार कर रही है। इसकी
घोषणा राज्य सरकार के आगामी बजट में कर दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि सरकार
द्वारा (बीपीएल परिवारों की सहायता के लिए) कई योजनाएं पेश की गई हैं। लेकिन क्या हम मौद्रिक रूप से
उनकी मदद कर सकते हैं? यह एक विचार था जिस
पर सोचने के बाद हमने इसे लागू कर दिया।
ऐसी ही एक योजना भाजपा
शासित असम में लागू की गई थी। जिसे हम अपने राज्य में लागू करने की योजना बना रहे
हैं।
16 जनवरी को, कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने बंगलूरू के पैलेस ग्राउंड मैदान पर महिलाओं की रैली को संबोधित करते हुए 'गृह लक्ष्मी योजना' को लागू करने का वादा किया। यह योजना चुनावी राज्य कर्नाटक
में कांग्रेस द्वारा दी गई दूसरी गारंटी थी जो उसने सत्ता में आने पर पूरा करने की बात कही थी। कांग्रेस की
पहली घोषणा सभी घरों को 200 यूनिट तक मुफ्त
बिजली देने की थी।
कांग्रेस की योजना में हर परिवार की महिला मुखिया को 2,000 रुपये देने का वादा किया गया है, जबकि गृहिणी शक्ति ’केवल
बीपीएल परिवारों को ध्यान में रखकर शुरू की जाएगी।
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