कर्नाटक में एक बार फिर से सियासी पारा ऊपर चढ़ गया है। सूत्रों की मानें तो बीजेपी ने कुमारस्वामी सरकार को गिराने के लिए 'ऑपरेशन लोटस' को नए सिरे से शुरू किया है। सूत्रों के मुताबिक़ बीजेपी इस बार सरकार नहीं बनना चाहती है, वह बस सरकार गिराना चाहती है। बीजेपी के नेता चाहते हैं कि कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार गिरने के बाद विधानसभा भंग करवा दी जाय और लोकसभा चुनाव के साथ ही कर्नाटक में विधानसभा चुनाव भी करवा दिए जाएँ। विश्वसनीय सूत्र बताते हैं कि बीजेपी के रणनीतिकारों को लगता है कि लोकसभा और विधानसभा के चुनाव साथ-साथ होने पर ही कर्नाटक में बीजेपी को बहुत फ़ायदा होगा। इतना फ़ायदा कि वह कर्नाटक में अपने दम पर सरकार बना लेगी और लोकसभा की 28 सीटों में से कम से कम 20 पर उसकी जीत होगी।
सरकार गिराने नहीं, विधानसभा भंग करने के लिए 'ऑपरेशन लोटस'!
- कर्नाटक
- |
- |
- 9 Mar, 2019

क्या कर्नाटक की कांग्रेस-जेडीएस सरकार फिर ख़तरे में है? कर्नाटक के मंत्री डी.के. शिवकुमार ने बीजेपी पर कांग्रेस विधायकों की ख़रीद-फरोख्त का आरोप लगाया है।
बीजेपी की नज़र कांग्रेस के उन विधायकों पर है जो मंत्री न बनाये जाने से नाराज़ हैं, ख़ासतौर पर लिंगायत समुदाय के विधायकों पर। बीजेपी की नज़र बहुजन समाज पार्टी के इकलौते विधायक एन. महेश, निर्दलीय विधायक आर. शंकर पर भी है।
- अगर आँकड़ों की बात करें तो 224 सीटों वाली कर्नाटक विधानसभा में अभी कुमारस्वामी सरकार को 120 सदस्यों का समर्थन हासिल है, इसमें कांग्रेस से 80, जेडीएस के 37, बहुजन समाज पार्टी और कर्नाटक प्रज्ञावन्त जनता पार्टी के एक-एक और एक निर्दलीय विधायक शामिल हैं।