मायावती-अखिलेश के गठबंधन ने बीजेपी और कांग्रेस, दोनों की नींद उड़ा दी है। मंगलवार को मायावती का जन्मदिन था। अखिलेश यादव विशेष तौर पर मायावती को बधाई देने पहुँचे। मायावती ने बाहर आकर अखिलेश का स्वागत किया। अखिलेश ने मायावती को शाल ओढ़ाया और बधाई दी। फिर दोनों में बातचीत हुई। दोनों नेताओं में क्या बात हुई, इस बात का ख़ुलासा नहीं हुआ। पर मायावती ने अपने कार्यकर्ताओं को जो संदेश दिया वह काफ़ी है।
मायावती की नज़र प्रधानमंत्री की कुर्सी पर, क्या वह कामयाब होंगी?
- चुनाव 2019
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- 23 Feb, 2019

बसपा सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार को बीजेपी ओर कांग्रेस दोनों पर हमला किया। मायावती का संदेश साफ़ है कि वह बीजेपी और कांग्रेस दोनों से अलग एक नये विकल्प की तलाश में हैं।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।