क्या है पूरा मामला
मध्य प्रदेश के रीवां की मूल निवासी पीड़ित छात्रा ने नौकरी के बदले में सेक्स की डिमांड की शिकायत ग्वालियर क्राइम ब्रांच में की थी। छात्रा ग्वालियर में रहकर एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में अध्ययन कर रही है। पीड़ित ने बीती 8 जनवरी को की गई शिकायत में बताया था, ‘वह ग्वालियर के कॉलेज में पढ़ती है। तीन जनवरी को ग्वालियर एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के प्लेसमेंट सेल में मप्र राज्य बीज निगम ने उसका जॉब इंटरव्यू करवाया था। इंटरव्यू के कुछ घंटों बाद उसे कॉल और व्हाट्सएप मैसेज आने लगे थे। वॉटसएप और ट्रू-कॉलर पर कॉल करने वाले का नाम आ रहा था। कॉल करने वाले ने उससे कहा कि वो इंटरव्यू पैनल से है। आज (3 जनवरी को) उसने मेरा इंटरव्यू लिया है।’क्राइम ब्रांच ने धारा 354-ए के तहत मामला दर्ज किया था। पुलिस छानबीन में सामने आया था कि आरोपी ने 3 जनवरी को मोबाइल नंबर (xxxx) से छात्रा को कॉल किया। जिसमें उसने गंदी डिमांड रखी। पड़ताल के बाद आरोपी को सिवनी से गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में आरोपी ने माना था, ‘उससे गलती हुई है।’ मोबाइल की चैट वगैरह पुलिस ने अपने कब्जे में ले ली है।
मध्य प्रदेश : देवास में महिला तहसीलदार ने किसान को कहा, "अंडे से निकला चूजा"
— News24 (@news24tvchannel) January 16, 2024
◆ CM मोहन यादव ने कार्रवाई करते हुए उन्हें ज़िला मुख्यालय अटैच कर दिया है #AnjaliGupta | Anjali Gupta | #MadhyaPradesh pic.twitter.com/EsnEDZshJZ
देवास जिले के सोनकच्छ तहसील का मामला था। मामला बिजली पोल बिछाने का था। किसानों की शिकायत थी कि पोल बिछाने के काम से उनकी फसलें क्षतिग्रस्त हो गईं। जिम्मेदारी अफसर की बनती है। जिम्मेदारी वाली बात अफसर को नागवार गुजरी थी। वायरल वीडियो में महिला अधिकारी कहती नज़र आ रहीं थीं, ‘चूजे हैं ये, अंडे से निकले नहीं - बड़ी-बड़ी, मरने-मारने की बातें कर रहे हैं।’ अफसर यह भी कहती नज़र आयीं थी पोल बिछाने वाली कंपनी का सिलेक्शन उन्होंने नहीं किया है। सरकार ने किया है। सरकार को ग्रामीणों ने चुना है। उन्हें दोषी ठहराया जाना उचित नहीं है।’
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