बीते साल नवंबर से पूरे महाराष्ट्र में कम से कम 50 'हिंदू जन आक्रोश मोर्चा' रैलियों का आयोजन किया गया। यह रैलियां महाराष्ट्र के लगभग सभी 36 जिलों में आयोजित की गईं। इनमें से हर एक रैली में पहले से निर्धारित पैटर्न का पालन किया गया। इन रैलियों भगवा झंडे और भगवा टोपी पहने लोगों का हुजूम शहर के बीचोंबीच एक छोटा पैदल मार्च करता है, उसके बाद एक छोटी रैली आयोजित की जाती है। इन रैलियों के मंच पर आए वक्ता अल्पसंख्यकों (मुसलमानों) पर हमला करते हैं। उन पर लव जिहाद, भूमि जिहाद, और जबरन धर्मांतरण का आरोप लगाया जाता है। इन्हीं रैलियों से मुस्लिम समुदाय के आर्थिक बहिष्कार का आह्वान भी किया जाता है।
नफरती भाषण और 50 रैलियां, सरकार ही नहीं विपक्ष भी चुप
- महाराष्ट्र
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- 29 Mar, 2025
सकल हिंदू समाज की इन रैलियों को मुख्य एजेंडा मुसलमानों के खिलाफ नफरत का प्रचार प्रसार करना होता है।12 मार्च को मुंबई के मीरा रोड पर हुई एक रैली, इस्लामिक कट्टरता, लव जिहाद और लैंड जिहाद के खिलाफ भाषण दिए गए। यहीं पर कुछ वक्ताओं ने मुसलमानों के आर्थिक बहिष्कार भी का आह्वान किया।
