महाराष्ट्र की सरकार को गिराने का एक भी मौका भाजपा वाले नहीं छोड़ते हैं। ढाई वर्ष पूर्व अजीत पवार प्रकरण सुबह हुआ था। उसमें सफलता नहीं मिली। अब वही बेचैन आत्माएं एकनाथ शिंदे की गर्दन पर बैठकर ‘ऑपरेशन कमल’ कर रही है। कुछ भी करके राज्य की सरकार गिरानी है, इस ईर्ष्या से वे लोग ग्रसित हैं।
राज्यसभा चुनाव में छठी जगह भाजपा किसके छिपे कारनामों की वजह से जीती, इसका खुलासा हो रहा है। विधान परिषद में भाजपा को दसवीं सीट जीतने में जिसने मदद की उसने ही राज्यसभा में भाजपा के धनवान उम्मीदवार को विजयी बनाया व शिवसैनिक संजय पवार की हार में भूमिका निभाई।
राज्यसभा चुनाव में छठी जगह भाजपा किसके छिपे कारनामों की वजह से जीती, इसका खुलासा हो रहा है। विधान परिषद में भाजपा को दसवीं सीट जीतने में जिसने मदद की उसने ही राज्यसभा में भाजपा के धनवान उम्मीदवार को विजयी बनाया व शिवसैनिक संजय पवार की हार में भूमिका निभाई।
सोमवार को विधान परिषद की दसवीं सीट जीतते ही शिवसेना के दस एक विधायकों को ‘उठाकर’ गुजरात ले जाया गया। उनके अगल-बगल कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। इसमें से दो-चार विधायकों ने वहां से निकलने और भाग जाने का प्रयत्न किया। तब उनके साथ शारीरिक हानि होने तक मार-पीट की गई।

























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