मुंबई में घाटकोपर में सोमवार को जिस बिलबोर्ड के गिरने से 14 लोगों की मौत हो गई और 69 अन्य घायल हो गए, उसकी जांच पिछले एक साल से अधिकारी कर रहे थे। इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट बता रही है कि अधिकारियों ने इसे हटाने के लिए कहा था। यह हैरानी की बात है कि अब कहा जा रहा है कि बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के वार्ड कार्यालय ने सोमवार को ही संबंधित एजेंसी-मैसर्स ईगो मीडिया को नोटिस भेजकर इसे हटाने को कहा था। सवाल यह है कि सोमवार शाम को हादसा हुआ और सोमवार को ही नोटिस भेजा गया था, इसका क्या अर्थ लगाया जाए। एक तरफ तो कहा जा रहा है कि एक साल से जांच हो रही थी, इसके बावजूद उस जानलेवा बिलबोर्ड को नहीं हटाया गया।