राजनीतिक बदले की भावना से विपक्ष के नेताओं पर एफआईआर दर्ज कराना नई बात नहीं है। लेकिन अगर किसी मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र में एफआईआर दर्ज कराने का रेकॉर्ड बन जाए तो वो खबर बन जाती है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के इलाके ठाणे में आजकल यही हो रहा है। इंडियन एक्सप्रेस ने एक विशेष रिपोर्ट सिर्फ ठाणे के बारे में दी है।
शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता संजय राउत ने कहा कि अजित पवार की टिप्पणी से साफ़ हो गया है कि बीजेपी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को अपना बस्ता बांध लेने को कह दिया है।
महाराष्ट्र की राजनीति में एनसीपी और बीजेपी के बीच लगाए जा रहे तमाम कयासों के बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने तीखा हमला किया है। जानिए उन्होंने क्या-क्या कहा।
संजय शिरसाट ने कहा कि एनसीपी में उथल-पुथल का दौर चल रहा है, यह वैसा ही जैसा कुछ दिनों पहले शिवसेना में था। अजित पवार को उद्धव ठाकरे का नेतृत्व मंजूर नहीं है, और वह एनसीपी में भी नहीं रहना चाहते।
अजीत पवार ने कहा, ''मैं एनसीपी कार्यकर्ताओं को बताना बताना चाहता हूं,'चिंता न करें, एनसीपी का गठन शरद पवार के नेतृत्व में हुआ था, उसके बाद से कई बार ऐसा हुआ है, जब हम सत्ता में या विपक्ष में रहे हैं।
महाराष्ट्र की राजनीति में तेजी से उतार चढ़ाव हो रहे हैं। आज खबरें गर्म हैं कि एनसीपी टूटने जा रही है। नेता विपक्ष अजीत पवार को एनसीपी के करीब 35 विधायकों का समर्थन प्राप्त है और वो कभी भी उन विधायकों के साथ बीजेपी से हाथ मिला सकते हैं।
महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि अजित पवार भाजपा के साथ गठबंधन करने के इच्छुक हैं, और अपनी इस इच्छा को लेकर पार्टी प्रमुख शरद पवार को भी सूचित कर दिया है।
महाराष्ट्र में कल एक सरकारी समारोह में 11 लोगों की लू लगने से मौत हो गई। राज्य के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने आज अस्पताल जाकर पीड़ित लोगों से मुलाकात की और इन मौतों के लिए सरकार की बदइंतजामी को जिम्मेदार ठहराया है।
महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी गठबंधन में क्या फूट की आशंका है? जानिए आख़िर क्यों उद्धव ठाकरे खेमे के नेता संजय राउत ने अजित पवार और बीजेपी को लेकर क्या कहा।
महाराष्ट्र के जलगांव और सांभाजी नगर में रामनवमी की पूर्व संध्या पर साम्प्रदायिक हिंसा की घटनाएं हुई हैं। एक मसजिद के बाहर म्यूजिक बजाने के बाद विवाद शुरू हुआ था।
महाराष्ट्र में क्या समय से पहले विधानसभा चुनाव होगा? आख़िर ऐसी रिपोर्टं क्यों आ रही हैं कि राज्य में बीजेपी इकाई समय से पहले चुनाव कराना चाहती है? आख़िर वजह क्या है?