जार्ज साहब अर्थात जार्ज फ़र्नांडिस का जाना हमारी मौजूदा राजनीति के एक दौर का अंत है। मौजूदा मतलब आज़ादी के बाद की राजनीति। जार्ज शुद्ध रूप से आज़ादी के बाद की राजनीति की पैदाइश थे, खिलाड़ी थे, कप्तान बनने की काबिलियत रखते थे। यह राजनीति जैसी बनी और चली, उसमें उनका बड़ा योगदान था। और इस राजनीति से जिन सबसे प्रतिभावान लोगों का नुक़सान हुआ उसमें भी जार्ज सबसे आगे थे।