राष्ट्रपिता कहे जाने वाले महात्मा गाँधी के जीवित रहते हुए और उनकी एक कट्टरपंथी हिंदू के हाथों हत्या के बाद के 71 बरसों में बार-बार यह सवाल खड़ा किया गया है कि गाँधी के विचारों और उनके सिद्धांतों की प्रासंगिकता क्या है?