प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए अटल बिहारी वाजपेयी ने मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को राजधर्म का पाठ पढ़ाया था। एक और प्रधानमंत्री सरदार मनमोहन सिंह ने अपनी शालीन चुप्पी से गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी को तब असरदार पाठ पढ़ाया था जब अहमदाबाद की चुनावी रैली के दौरान उनकी सुरक्षा में सेंध लगी थी।
काश! अटल-मनमोहन से मिली सीख याद रख पाते मोदी
- विचार
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- 8 Jan, 2022

पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक के मामले में तमाम सवाल उठ रहे हैं। इससे पहले भी कई बार बड़े नेताओं की सुरक्षा में चूक हुई है। लेकिन इस बार आख़िर इतना हंगामा क्यों है?
वक्ता बदला। जगह बदल गयी। जो सीएम थे, पीएम हो गये। प्रदेश गुजरात न होकर पंजाब हो गया। फिरोजपुर की रैली के दौरान जो कुछ हुआ और उस पर जिस तरह की प्रतिक्रिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी, उससे साबित यही हुआ कि नरेंद्र मोदी पर न राजधर्म की सीख का असर जिन्दा है, न ही मनमोहनी चुप्पी का मर्म ही वे याद रख पाए हैं। एक दलित व सिख कांग्रेसी मुख्यमंत्री पर ऐसी उंगली उठायी कि मर्यादा सिखाने वाले होते तो वे भी शर्मा जाते।