दिल्ली सहित देश भर में पुलिस और प्रशासन ने जिस तरह बंगालियों के विरुद्ध अभियान छेड़ा हुआ है, उससे साफ़ ज़ाहिर होता है कि पुलिस की नज़र में हर बंगाली एक घुसपैठिया है, ख़ासकर अगर वह मुसलमान है। इससे कोई अंतर नहीं पड़ता कि उसके पास कोई वैध दस्तावेज़ है या नहीं। हाल में ऐसे कई मामले प्रकाश में आए हैं जब पुलिस बीजेपी शासित राज्यों में रहने वाले बंगालियों को बांग्लादेश की सीमा में खदेड़ आई है और बाद में पता चला कि वे तो भारतीय हैं।