फाइल फोटो
बांग्ला को ‘बांग्लादेशी भाषा’ बताकर आखिर बंगालियों को क्या संदेश देने की कोशिश हो रही है? यह विवाद सिर्फ भाषा का नहीं, सांस्कृतिक अस्मिता और राजनीतिक नीयत का भी है। जानिए इसके पीछे छिपा संदेश।
दिल्ली पुलिस का पत्र।
मानसिकता यह है कि जो भी आपके साथ नहीं है, वह आपका ही नहीं, देश का भी दुश्मन है या देश के दुश्मनों से मिला हुआ है। दूसरे शब्दों में वह देशद्रोही है।