लगातार चुनावी हार से जूझ रही कांग्रेस शुक्रवार से राजस्थान के उदयपुर में आयोजित हो रहे चिंतन शिविर में खुद को जिंदा करने की कोशिश करेगी। यह चिंतन शिविर 13 मई से 15 मई तक चलेगा और इसमें केंद्रीय व प्रदेशों की कांग्रेस कमेटियों से जुड़े 400 नेता शिरकत कर रहे हैं।
इनमें सीडब्ल्यूसी के सदस्यों के अलावा लोकसभा और राज्यसभा में कांग्रेस के सांसद, राज्यों के प्रभारी महासचिव, प्रदेश अध्यक्ष और कई आला नेता शामिल हैं।
इनमें सीडब्ल्यूसी के सदस्यों के अलावा लोकसभा और राज्यसभा में कांग्रेस के सांसद, राज्यों के प्रभारी महासचिव, प्रदेश अध्यक्ष और कई आला नेता शामिल हैं।
राजस्थान चूंकि कांग्रेस शासित राज्य है इसलिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व राजस्थान कांग्रेस के नेता बीते कई दिनों से शिविर की तैयारियों में जुटे रहे।
इससे पहले 1998 में पचमढ़ी, 2003 में शिमला और 2013 में जयपुर में चिंतन शिविर आयोजित किया गया था।




























