अपने बारे में खड़गे की टिप्पणी पर चौधरी ने कहा, "मैं नहीं चाहता कि राज्य कांग्रेस का इस्तेमाल उनके (ममता बनर्जी) निजी एजेंडे के लिए किया जाए और फिर संगठन को खत्म कर दिया जाए। अगर खड़गे जी मेरे विचारों के खिलाफ बोलते हैं, तो मैं कांग्रेसियों के लिए राज्य में जमीनी स्तर पर बोलना जारी रखूंगा।”