लोकसभा स्पीकर को लेकर अगर विपक्षी नेता अगर फौरन फैसला नहीं लेते तो भाजपा अपनी रणनीति में सफल होने जा रही थी। विपक्ष गठबंधन इंडिया ने सुबह 11.50 तक इंतजार किया कि शायद भाजपा आलाकमान (मोदी-अमित शाह) मान जाएं और विपक्ष को डिप्टी स्पीकर का पद देकर स्पीकर पर समझौता कर लें। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। भाजपा आलाकमान और उसके पैरोकार 12 बजे तक का समय पास करना चाहते थे। इस बात को विपक्ष ने भांप लिया। भाजपा आलाकमान के निर्देश पर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्षी नेताओं से बुधवार सुबह संपर्क साधना शुरू किया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राजनाथ से कहा कि अगर सरकार डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को दे दे तो स्पीकर पर आम राय कायम हो सकती है। लेकिन राजनाथ ने जवाब नहीं दिया।